साथी संस्था द्वारा घर से भागे 32 बालकों को अभिभावकों के किया सुपुर्द, आंखों में छल्के आसू
शरद शर्मा संवाददाता
कानपुर (नगर संवाद)। साथी संस्था (घर से भागे बच्चों की पहचान कर उनको परिजनों से मिलवाने वाली संस्था) द्वारा मंगलवार को छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में शिविर का आयोजित किया गया। साथी जो की एक राष्ट्र स्तरीय एवं गैर सरकारी संगठन है, जो 1992 से भारत के विभिन्न प्रान्तो में स्थित रेलवे स्टेशनों में घर से पलायन कर आ रहे बालको को सम्पर्क कर पुनः गृहवापसी का कार्य करती है। संस्था भारत वर्ष के 07 राज्यो में कार्यरत है। अपना कार्य करते हुये संस्था अभी तक लगभग 80 , 000 बालको को उनके परिजनो से मिला चुकी है। इस कार्य में महिला कल्याण विभाग, न्याय विभाग, पुलिस विभाग एवं मिडिया का सहयोग अति सराहनीय है। इसके साथ - साथ संस्था को बाल कल्याण के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान करने हेतु वर्ष 2014 में संस्था को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के क्षेत्र में भारत के महामहिम द्वारा प्रदान किया गया था। साथी संस्था द्वारा हर महीने एक विशेष शिविर का आयोजन किया जाता हैं। जिसमें कुछ विशेष श्रेणी के बालको को चयनित किया जाता है। जिनमें स्टेशन पर नशा करने वाले, घर न जाने की इच्छा रखने वाले, कई बार घर से पलायन करने वाले तथा कर स्वभाव के बालको को शामिल किया जाता है। मासिक शिविर में प्रतिदिन ध्यान, योगा, शैक्षिक गतिविधियों, शाश्वत, मनोरजन, नैतिक किया कलापो के द्वारा बालको के स्वभाव व उनके वाहय जीवन के प्रति आकर्षण को समाप्त करने का प्रयास किया जाता है। इसके साथ - साथ शिविर में कुछ संसाधनो, मनोचिकित्सक, काउन्सलर, शिक्षिको, सामाजिक कार्य विद्यार्थियों को भी शामिल किया जाता है। तत्पश्चात् बालको में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलने के साथ ही 80 प्रतिशत बालक घर जाने को तैयार हो जाते है। शिविर में आये 24 बालक एवं 15 बालक साथी खुला आश्रयगृह कानपुर से शामिल किया गया। संस्था द्वारा 1 अगस्त से मासिक शिविर का प्रारम्भ महार्षि बाल्मीकि छात्रावास (जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय) कल्याणपुर कानपुर में किया, बालको में नित्य क्रियाकलापो के माध्यम से आये साकारात्मक परिवर्तन तथा घर जाने की अभिरूचि के अनुसार 32 बालको के माता-पिता से सम्पर्क किया गया। जो कि उ0 प्र0, बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, झारखण्ड आदि से सम्बधित है। शिविर समापन सामारोह के दौरान बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार बालको को लम्बे समय के पश्चात् उनके अभिभावको को सुपुर्द किया गया। इस दौरान अपने बच्चों को देखकर अभिभावकों के आंखों में खुशी के आसू छलक गए। बच्चों को गले लगाकर सभी ने उनका हाल पूछा और उनसे कभी साथ ना छोड़ने का वादा किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रमिला पाण्डेय (महापौर कानपुर नगर), प्रीति सिंह (सदस्य राजा बाल संरक्षण आयोग), श्रुति शुक्ला (उपनिदेशक कानपुर मण्डल), नीलिमा गुप्ता (कुलपति छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर), बसवराज शैली (निदेशक साथी संस्था) आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे।