ओल्ड एज डे, ज़िंदादिल सीनियर सिटीजन्स को समर्पित...
- ज़िंदादिल सीनियर सिटीजन्स को समर्पित
ज़िंदगी के गीत फिर से गुनगुनाने का समय आ गया है।
कौन कहता है अब दुनिया से जाने का समय आ गया है।।
किताबों के सूखे गुलाबों को फिर से महकाने का समय आ गया है।
कौन कहता है अब दुनिया से जाने का समय आ गया है।।
अधूरे सपनों को अब सच बनाने का समय आ गया है।
कौन कहता है अब दुनिया से जाने का समय आ गया है।।
जिम्मेदारियों को छोड़ अब पंख फैलाने का समय आ गया है।
कौन कहता है अब दुनिया से जाने का समय आ गया है।।
दबी हुई ख्वाहिशों को फिर से आजमाने का समय आ गया है।
कौन कहता है अब दुनिया से जाने का समय आ गया है।।
ज़िंदगी तूने खूब आजमाया मुझे, अब तुझे आजमाने का समय आ गया है।
कौन कहता है अब दुनिया से जाने का समय आ गया है।।
-----डॉ राकेश कुमार सिंह