क्यों नहीं करने चाहिए भगवान गणेश की पीठ के दर्शन...
वेद गुप्ता वरिष्ठ पत्रकार
श्री गणेश जी के दर्शन मात्र से हमारे सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और अक्षय पुण्य प्राप्त होता है ।गणेश जी सभी सुखों को देने वाले माने जाते हैं ।अपने भक्तों के दु:खों को दूर करते हैं और शत्रुओं से रक्षा करते हैं।इनके नित्य दर्शन से हमारा मन शांत रहता है और सभी कार्य सफल होते हैं ,लेकिन इनकी पीठ के दर्शन नहीं करने चाहिए ।
गणेश जी को रिद्धि -सिद्धि का दाता माना गया है ।इनकी पीठ के दर्शन करना वर्जित किया गया है ।गणेश जी के शरीर में जीवन और ब्रह्माण्ड से जुड़े अंग निवास करते हैं।गणेश जी की सूँड पर धर्म विद्यमान है तो कानों पर रिचाएँ ,दाँये हाथ में वर ,बाँये हाथ में अन्न ,पेट में समृद्धि ,नाभि में ब्रह्माण्ड ,आँखों में लक्ष्य ,पैरों में सातों लोक और मस्तक में ब्रह्म लोक विद्यमान है।गणेश जी के सामने से दर्शन करने पर उपरोक्त सभी सुख -शान्ति और समृद्धि प्राप्त हो जाती है।
ऐसा माना जाता है कि श्री गणेश जी की पीठ पर दरिद्रता का निवास होता है।गणेश जी की पीठ के दर्शन करने वाला व्यक्ति यदि बहुत धनवान भी हो तो उसके घर पर दरिद्रता का प्रभाव बढ़ जाता है ।इसी वजह से इनकी पीठ नहीं देखना चाहिए ।जाने -अनजाने में यदि पीठ देख भी लें तो श्री गणेश से क्षमा याचना कर उनका पूजन करें ।तब बुरा प्रभाव नष्ट हो जायेगा ।
- यह मंत्र अवश्य पढ़ें :---
विघ्नेश्वराय वरदाय सुर :प्रियाय ,
लम्बोदराय सकलाय जगद्धिताय :।
नागाननाय श्रुत यज्ञ विभूषिताय ,
गौरी सुताय गणनाथ नमो नमस्ते :॥